क्या करना नहीं जानता हूँ ??? पर करता हूँ क्यों की करने से अगर कुछ नया हुआ तो मैं दुनिया को दिखाना चाहता हूँ कि मैं क्या कर गुजरने कि ख्वाहिश( इच्छा) रखता हूँ....
Monday, April 4, 2011
भारत के विश्व कप जीतने पर एक लेख
पाउलो कोएल्हो के प्रसिद्ध उपन्यास 'द अलकेमिस्ट' की एक मशहूर पंक्ति है -'अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने में लग जाती है..।' सच है। दिल में लगन पक्की हो, इरादा नेक हो और हौसला बुलंद हो तो दुआएं भी जरूर रंग लाती हैं। तब हर मन्नत पूरी होती है। धौनी ने विश्व कप विजय की मन्नत मांगी थी। एक अरब 21 करोड़ भारतीयों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए और देश का मान बढ़ाने के लिए थी यह मन्नत, जो पूरी हो गई।
Subscribe to:
Posts (Atom)